देहरादून: श्रावण मास में इस वर्ष उत्तराखंड में आस्था का अभूतपूर्व सैलाब देखने को मिला। प्रदेश में कांवड़ यात्रा के दौरान करीब 45 लाख कांवड़िये विभिन्न शिवधामों में जल अर्पित करने पहुंचे, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या मानी जा रही है।
हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य प्रमुख तीर्थ स्थलों पर लाखों की भीड़ ने श्रद्धा और भक्ति का माहौल बनाया। प्रशासन ने सुरक्षा, यातायात और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर व्यापक तैयारियां की थीं।
हालांकि, इस भीड़भाड़ और श्रद्धालु संख्या के बीच कुछ जगहों से हुड़दंग और शांति भंग की घटनाएं भी सामने आईं। पुलिस ने कई स्थानों पर धारा 151 और 107/116 के तहत कार्रवाई करते हुए कुछ युवकों को हिरासत में लिया है। कई जगह तेज़ म्यूजिक, बाइक स्टंट और सड़कों पर अराजकता की शिकायतें दर्ज हुईं।
पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि श्रद्धालुओं का स्वागत है, लेकिन कानून व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। CCTV निगरानी, ड्रोन कैमरों और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती से स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
श्रद्धा और अनुशासन दोनों जरूरी हैं – यही संदेश इस वर्ष की कांवड़ यात्रा ने दिया।